Emergency Treatment of Cardiac Arrest

कार्डियाक अरेस्ट बिना दस्तक दिए आ सकता है

क्या आपको लगता है किसी को कार्डियाक अरेस्ट हुआ है? ये हैं लक्षण:

  • अचानक से प्रतिक्रियाहीन होना: यदि ज़ोर से कंधे थपथपाने पर या ज़ोर से हालचाल पूछने पर भी वह व्यक्ति जवाब न दे। वह हिल-डुल ना रहा/रही हो, बोल ना रहा/रही हो, पलकें ना झपक रहा/रही हो या अन्य कोई हरकत ना कर रहा/रही हो तो कार्डियाक अरेस्ट हो सकता है।
  • सामान्य साँस ना चल रही हो: वह व्यक्ति साँस ना ले रहा/रही हो या उसे साँस लेने में तकलीफ हो रही हो तो कार्डियाक अरेस्ट हो सकता है।

क्या करें

यदि आपके कोशिश करने पर भी उस व्यक्ति से कुछ प्रतिक्रिया ना मिल रही हो, और यदि आपको लग रहा हो कि उसे कार्डियाक अरेस्ट हुआ है, तो ये जरूर करें:

  • मदद के लिए चिल्लाएँ: पास मौजूद किसी व्यक्ति से कहकर 108 पर या अपने आपातकालीन सहायक नंबर पर फोन करवाएँ। सम्भव हो तो, उन्हें एक AED (ऑटोमेटेड एक्स्टर्नल डीफिब्रिलेटर) लाने को कहें। जल्दी करने को कहें – ऐसे समय में समय का ही अभाव होता है!
    • यदि आप कार्डियाक अरेस्ट से जूझ रहे किसी वयस्क के साथ अकेले हैं, तो 108 पर फोन करें और (उपलब्ध हो तो) एक AED मंगवाएँ।
  • साँस की जाँच करते रहें: यदि वह व्यक्ति साँस ना ले पा रहा/रही हो या सिर्फ छटपटा रहा/रही हो, तो CPR की मदद दें।
  • CPR की मदद ले ज़ोर से और तेज़ी से सीने को दबाए : सीने के बीचोंबीच 100 से 200 प्रति मिनट के दर से, कम-से-कम दो इंच नीचे की तरफ दबाव दें, ताकि हर दबाव के बाद सीना वापस ऊपर अपनी सामान्य स्थिति में लौट जाए।
  • AED का प्रयोग करें: ऑटोमेटेड एक्स्टर्नल डीफिब्रिलेटर आते ही उसका प्रयोग करें। उसे चालू करें और निर्देश का पालन करें।
  • सीने में दबाव देते रहें: CPR की मदद तब तक जारी रखें जब तक कि वह व्यक्ति साँस लेना या हिलना शुरु नहीं करता/करती, या फिर जब तक एक EMS Team Member जैसा कोई उन्नत प्रशिक्षण लिया हुआ व्यक्ति नहीं आ जाता।